जागरूकता, बचाव और संवेदनशीलता जरूरी : झाला
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सद्दाम रंगरेज, प्रधान संपादक | Tue, 02-Dec-2025 |
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कुचामनसिटी(नागौर डेली न्यूज) : राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर के एक्शन-प्लान के क्रम में एवं अध्यक्ष तालुका विधिक सेवा समिति एवं अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश सुन्दर लाल खारोल के आदेशानुसार अधिकार मित्र अशोक कुमार झाला ने राजकीय अस्पताल, कुचामन में विधिक जागरूकता कार्यक्रम के दौरान विश्व एड्स दिवस के बारे में आजमन जागरूक करते हुए कहा कि एड्स कोई सामान्य बीमारी नहीं है। यह वायरस हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को कम कर देता है, जिससे व्यक्ति अन्य बीमारियों का आसानी से शिकार हो जाता है।
सबसे बड़ी बात यह है कि एच.आई.वी. का इलाज भले ही पूरी तरह उपलब्ध नहीं है, लेकिन इनका सही समय पर इलाज और सावधानी से मरीज सामान्य जीवन जी सकता है। एचआईवी छूने, साथ बैठने, बात करने, हाथ मिलाने या खाने से नहीं फैलता। इसलिए एचआईवी से ग्रस्त व्यक्ति के साथ भेदभाव करना बिल्कुल गलत है। ऐसा व्यवहार न सिर्फ अमानवीय है, बल्कि समाज में नकारात्मकता भी फैलता है। एड्स की बीमार का इलाज डर से नहीं बल्कि समझ से इस बीमारी को हराया जा सकता है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सुश्री मोनिका ने महिला सशक्तिकरण के बारे में कहा कि महिलाओं को वह शक्ति, अधिकार, अवसर और स्वतन्त्र देना, जिसकी बदौलत वे अपने जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ़ सकते है। पढ़ी-लिखी महिला खुद को और परिवार को मजबूत बनाती है। इस अवसर घरेलू हिंसा, दहेज, बाल-विवाह, कार्यस्थल पर उत्पीडऩ के विरूद्ध बनाए गए कानूनों के बारे में जानकारी दी गई।