कुचामनसिटी(नागौर डेली न्यूज) : कुचामन शहर में हॉल ही में हुए व्यापारी रमेश रूलानिया हत्याकांड मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। डीडवाना-कुचामन जिला पुलिस अधीक्षक ऋचा तोमर ने बुधवार को कुचामन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस हत्याकांड का खुलासा किया है। एसपी ने बताया कि इस हत्याकांड के मुख्य कर्ताधर्ता रोहित गोदारा व वीरेन्द्र चारण है तथा इन दोनों के बीच की मुख्य कड़ी रूपनगढ़ थानान्तर्गत आने वाले कडाला गांव निवासी जीतेन्द्र चारण उर्फ जीतू ने है जो फिलहाल फरार है।
जीतू चारण ने ही इस पूरे हत्याकांड की प्लानिंग की तथा शूटर्स तैयार किए। यहीं नहीं शूटर्स तक हथियार भी जीतू चारण ने ही पहुंचाए। एसपी ऋचा तोमर ने बताया कि 7 अक्टूबर को व्यापारी रमेश रूलानिया की स्टेशन रोड स्थित एक जीम में गोली मारकर हत्या कर दी गई। जीतू चारण ने 4 अक्टूबर को ही शूटर्स तक हथियार पहुंचा दिए थे।
5 को रैकी की, 6 को जीम बंद होने के कारण नहीं मार सके
रमेश रूलानिया की हत्या करने के लिए शूटर्स गणपत गुर्जर, महेश व जुबैर 5 अक्टूबर को कुचामन रैकी करने के लिए आए। उन्होंने पूरी रैकी करने के बाद रूलानिया को शूट आउट करने के लिए 6 अक्टूबर का समय चुना। इस दिन जीम बंद रहने के कारण शूटर्स का प्लॉन फैल हो गया। शूटर्स ने अगले दिन 7 अक्टूबर को कुचामन पहुंचकर जीम के अंदर घुसकर अपने काम को अंजाम दे दिया और वहां से भाग छूटे। अभी तक की पूछताछ में शूटर्स ने बताया है कि भागते समय उन्होंने हथियार फैंक दिए।
पुलिस पीछे लगी थी इसलिए लगातार भागते रहे
दरअसल हत्या करने के बाद चारों शूटर्स देश के अलग-अगल हिस्सों में लगातार भागते रहे। वे ज्यादातर समय टे्रन के लोकल डिब्बों में ही रहते थे। शूटर्स बार-बार जीतू चारण से सम्पर्क करना चाह रहे थे परन्तु जीतू ने उनसे अपना सम्पर्क पूरी तरह से काट डाला।
डेढ महीने से चल रही थी शूटआउट की प्लानिंग
एसपी ने स्पष्ट किया कि पिछले डेढ माह से रूलानिया के मर्डर की प्लानिंग चल रही थी। सबसे पहले जीतू चारण ने इस शूटऑउट की सुपारी पवन चारण को दी। पवन से बात नहीं बैठी तो ये जिम्मा गणपत गुर्जर को दिया गया। गणपत ने पवन को अपने साथ लिया तथा महेश, जुबैर को भी अपनी टीम में शामिल किया।
गणपत ने अपने खेत में की हथियार चलाने की प्रेक्टिस
4 अक्टूबर को जीतू ने गणपत को हथियार उपलब्ध करवाए। हथियार मिलने के बाद गणपत ने बोरावड़ के समीप अपने खेत में हथियार चलाने की प्रेक्टिस की। अब तक की पुलिस जांच में सामने आया है कि जीतू ने शूटर्स को न केवल 15 लाख का लालच दिया बल्कि बड़े सपने दिखाए। जीतू ने कहा कि इस हत्याकांड के बाद वे लोग रोहित व वीरेन्द्र चारण के खास हो जाएंगे तथा उन्हें परिवार सहित कनाडा सेट कर दिया जाएगा।
फरार जीतू पर 25 हजार का ईनाम
इस पूरे हत्याकांड के मुख्य षड्यंत्रकारी जीतू चारण पर राजस्थान पुलिस ने 25 हजार रूपयों का ईनाम घोषित किया है। जीतू चारण ने ही शूटआउट के लिए रूलानिया का चयन किया। रूलानिया के मर्डर का कारण व्यापारी द्वारा मृतक द्वारा फिरौती की रकम देने से इंकार करना व दूसरे व्यापारियों में फिरौती की रकम के लिए भय व्याप्त करना था। गौरतलब है कि इस प्रकरण में चार मुख्य आरोपियों सहित 7 सहआरोपियों को पुलिस अब तक गिरफ्तार कर चुकी है।