कुचामनसिटी(नागौर डेली न्यूज) : कुचामन शहर में हुए राजस्थान के बहुचर्चित व्यापारी रमेश रूलानिया हत्याकांड में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। व्यापारी की हत्या के मुख्य चार आरोपियों में से तीन आरोपियों की बंगाल में गिरफ्तारी हो गई है। अब कुचामन पुलिस तीनों हत्यारों को लेने के लिए बंगाल के लिए रवाना हो गई है।
दरअसल गुरूवार-शुक्रवार की देर रात्रि में ही तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी की सूचना कुचामन पहुंच गई थी। पुलिस ने पश्चिम बंगाल से गणपत गुर्जर, धर्मेंद्र गुर्जर, महेश गुर्जर को गिरफ्तार किया है। चौथा शूटर जुबेर अहमद अभी फरार है। आरोपियों की कोलकाता के फूलबागान के कड़ापाड़ा इलाके में होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद फूलबागान थाने के पुलिस कर्मियों की मदद से शूटर्स को पकड़ा गया है।
गौरतलब है कि 7 अक्टूबर को प्रात: काल कुचामन के स्टेशन रोड स्थित धनकोली हाऊस के पास बने एक जिम में व्यायायाम करते समय व्यापारी रमेश रूलानिया की हत्या कर दी थी। हत्या से एक वर्ष पूर्व से ही गैंगस्टर रोहित गोदारा व विरेन्द्र चारण के व्यापारी के पास फिरौती के लिए फोन आ रहे थे। फिरौती नहीं देने पर रूलानिया की हत्या हुई है, ऐसा पुलिस का मानना है। पूरे प्रकरण का पटाक्षेप आरोपियों को कुचामन लाकर पूछताछ करने के बाद ही हो पाएगा।
8 दिनों तक लगातार ट्रेन के लोकल डिब्बों में घूमते रहे आरोपी
हत्या के बाद भागे चारों शूटर्स लगातार 8 दिनों तक ट्रेन की लोकल बोगी में और बसों में सफर करते रहे। वे किसी एक शहर में नहीं रुके ताकि लोकेशन ट्रेस नहीं हो पाए। इस दौरान शूटर्स ने कई अलग-अलग शहर बदले। वे तिरुपति मंदिर में दर्शन करने भी पहुंचे तथा मुंडन भी करवाया ताकि हुलिया पहचान नहीं पाए। जानकारी है कि इस बीच एक आरोपी जुबेर अहमद तीनों से अलग हो गया था। बाकी 3 आरोपी गणपत, धर्मेंद्र और महेश झारखंड से होते हुए कोलकाता पहुंच गए थे।
पहले एमपी फिर हैदराबाद पहुंचे
शूटर्स अपने काम को अंजाम देने के बाद कुचामन से रवाना होकर पहले देवधाम, टोंक के रास्ते होते हुए मध्यप्रदेश बॉर्डर पर पहुंचे। वहां से हैदराबाद के लिए ट्रेन पकड़ ली। हैदराबाद में समय बिताने के बाद वे सभी चेन्नई की ओर निकल गए। ये सभी यहां से आंध्र प्रदेश में तिरुपति मंदिर चले गए। यहां तीनों ने अपना मुंडन करवाया तथा जुबेर बाकी से अलग हो गया।