एक बारिश भी नहीं झेल पा रही भ्रष्टाचार की सडक़े
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सद्दाम रंगरेज, प्रधान संपादक | Sun, 03-Aug-2025 |
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ग्रामीणों का कहना है कि सडक़े एक बारिश भी नहीं झेल पा रही। नतीजा साफ है कि भ्रष्टाचार। सरकार द्वारा जनहित में विकास कार्यों के लिए खर्च की गई राशि से भ्रष्टाचारियों की जेब गर्म भर हो जाएगी। उनका कहना है की आम लोगो के सुलभ आवागमन के उदेश्य से लाखो रुपए की लागत खर्च कर यह मार्ग बनाया गया था जो कि भ्रष्टाचार की भेट चढ़ते नजर आ रहा है।
साल भर पहले ही मुख्यमंत्री राज्य सडक़ योजना के तहत शाहिद तलाई से चितावा स्टेडियम वाया अडक़सर काकड़ तक 84 लाख रुपए की लागत से बनी चार किमी की लंबाई वाली सडक़ में डामर बिछाने का कार्य किया गया था। सडक़ के निर्माण के दौरान ही गुणवत्ताहीन बनाए जाने के आरोप भी ग्रामीणों द्वारा लगाए गए थे, जिसका उदाहरण सडक़ जगह-जगह से टूट कर बिखर गई है। जमीन में धंस गई है।
इसको देखकर सडक़ पर डामर बिछाए जाने के दौरान की गई विसंगतियां सामने आई है। बनने के कुछ माह बाद ही सडक़ का डामर कई स्थानों पर उखडऩे लगा है। ग्रामीणों ने घटिया सडक़ के निर्माण पर संबंधित निर्माण एजेंसी के कार्य की जांच कर जिम्मेदारों पर कार्यवाही की मांग की है।