इलिजारोव रशियन तकनीक से मरीजों का नि:शुल्क ईलाज, हड्डीयों के ईलाज में कारगर साबित हो रही नवीन पद्धति
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अबू बकर बल्खी | Mon, 30-Dec-2024 |
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लाडनूं(नागौर डेली न्यूज) : स्थानीय एम.एन. घोड़ावत हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में हड्डी से जुड़े पुराने रोग एंव फ्रेक्चर का रशिया की इलिजारोव पद्धति से निःशुल्क ईलाज किया जा रहा है। यह नवीन पद्धति टूटी हुई हड्डीयों को जोड़ने, टूटी हड्डी की लम्बाई बढाने, लंबे समय तक नहीं जुड़ने वाली हड्डियों को वापस जोड़ने सहित लॉस हुई हड्डी को वापस बनाने में स्थानीय मरीजों के लिए कारगर साबित हो रही है। अभी हाल ही में यहां पिछले 2 सालों से चलने में अक्षम हुए तीन मरीजों पर इस तकनीक को अपनाया गया है जिसके बाद अब वह पूर्ण रूप से तंदुरुस्त होकर अब चलने फिरने लगे हैं।
डॉ. श्रेयांस घोड़ावत ने बताया कि नागौर व डीडवाना जिले का यह पहला हॉस्पिटल है जहां हड्डी से जुड़े गंभीर फ्रेक्चर का इलिजारोव तकनीक से ईलाज किया जा रहा है। इससे पहले लोगों को इस ईलाज के लिए जयपुर व बीकानेर का लम्बा सफर तय करना पड़ता था।
डॉ. श्रेयांस ने बताया कि अभी हाल ही में सीनियर सर्जन डॉ. विजयसिंह घोड़ावत के निर्देशन में दो सालों से चलने में अक्षम प्रेमाराम निवासी इंयारा, भादरराम निवासी मयाला व लिछमनराम निवासी कितासर सहित तीन मरीजों का इस टेक्नीक से सफलता पूर्वक ईलाज किया गया है। इस दौरान डॉ. मनीष सैनी, प्रेमाराम गेना, मोहम्मद फारुख सीनियर ओटी टेक्नीशियन, शनि हेल्पर, सुरेश, आशीष टेक्नीशियन आदि का सहयोग रहा है।