स्टॉफ की कमी से जूझ रहा कुचेरा का राजकीय विद्यालय, ऐसे कैसे मिलेगा बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन ?
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महबूब खोखर | Fri, 01-Aug-2025 |
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कुचेरा(नागौर डेली न्यूज) : कुचेरा के जैन राजकीय बालिका विद्यालय में लम्बे समय से शिक्षकों की 9 पोस्ट रिक्त पड़ी है। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में लम्बे समय से 12 शिक्षकों की पोस्ट खाली है। हॉलात यह हैं कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तक कि पोस्ट खाली हैं। इससे बालिकाओं की पढ़ाई पर विपरीत असर पड़ रहा है। वर्तमान में लगभग 450 से अधिक विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। यही हालत रहे तो आने वाले समय में कुचेरा के सरकारी विद्यालयों को बंद करने की नोबत आ जायेगी। यहाँ पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ना होने के कारण कभी गेट खुला रह जाता तो आवारा सांड अंदर घुस जाते, जिससे बालिकाओं के साथ कभी भी हादसा हो सकता है।
इसलिए स्कूल स्टॉफ को ही आवारा गाय, सांड को बाहर निकालने के लिए जाना पड़ता है। हॉलात यह हैं कि आवारा पशु विद्यालय में घुस जाने पर विद्यालय के प्रिंसिपल स्वयं को काम छोडक़र बाहर निकालना पड़ता हैं। सवाल यह हैं कि क्या स्कूल में आवारा सांड के पीछे दौडऩा प्रिंसिपल का काम है ?, सरकार कब तक कुंभकरण की नींद में रहेगी, राजकीय स्कूल में शिक्षा को लेकर बच्चों के साथ क्यो हो रहा है खिलवाड़, कुचेरा राजकीय विद्यालय में बच्चों ने एडमिशन तो ले लिया अब उन्हें पढ़ाने वाले अध्यापक ही नहीं है तो क्या होगा इन बच्चों के साथ है ?, अगर इसी तरह चलता रहेगा तो कुछ समय में राजकीय विद्यालय में ताले लग जाएंगे।
कुचेरा जैन बालिका राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में शुक्रवार सुबह अरिहंत सिंघवी, रामलाल घांची, दीपक अग्रावत, हरिकृष्ण सोनी, प्रतु सैन, जसू जांगिड़ आदि बंद स्कूल गेट खुलवाने स्कूल पहुंचे। बंसी वाले मंदिर के पास स्कूल वाला गेट ( दरवाजे) को खोलना इसलिये जरूरी हो गया हैं कि बालिकाओं को इस गेट के बन्द होने के कारण लगभग 1 किमी दूर आती है नजदीक में गेट होते हुए भी और घूमकर विद्यालय में जाना पड़ता हैं।
-लंबे समय से स्कूल के सीसीटीवी कैमरा खराब
प्रधानाचार्य कैलाशराम जेठू का कहना है कि स्कूल छुट्टी के बाद में गेट ताला लगाने के बाद भी कुछ छात्र स्कूल में खेल खेलने के लिए आते हैं जो यहां तोड़ फोड़ कर जाते हैं। कई बार पुलिस में शिकायत करने के बाद भी पुलिस ने किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की।