एसपी ऋचा तोमर ने ली डीडवाना-कुचामन जिले के पुलिस अधिकारियों की बैठक, दिए ये निर्देश
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सद्दाम रंगरेज, प्रधान संपादक | Tue, 29-Jul-2025 |
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डीडवाना(नागौर डेली न्यूज) : मंगलवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय, जिला डीडवाना-कुचामन के सभागार में पुलिस अधीक्षक श्रीमती ऋचा तोमर (आई.पी.एस.) की अध्यक्षता में अपराध गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डीडवाना हिमांशु शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कुचामन नेमीचंद खारिया, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक परबतसर जिनेन्द्र जैन, वृताधिकारी डीडवाना धरम पुनिया, वृताधिकारी कुचामनसिटी अरविंद विश्नोई, वृताधिकारी मकराना भवानीसिंह, वृताधिकारी लाडनूं विक्की नागपाल सहित जिले के सभी थाना अधिकारी उपस्थित रहे।
-पुलिस अधीक्षक द्वारा दिए गए प्रमुख निर्देश
पुलिस अधीक्षक ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि अपराध नियंत्रण हेतु सुनियोजित, तकनीकी एवं प्रभावी रणनीति अपनाई जाए। उन्होंने कहा कि हिस्ट्रीशीटर और हार्डकोर अपराधियों की गतिविधियों पर सतत निगरानी रखी जाए तथा उनके विरुद्ध कठोर कानूनी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। पत्रावलियां अपडेट की जावे। स्थायी वारंटियों की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु सूची को अपडेट किया जाए एवं नियमित समीक्षा की जाए। सार्वजनिक स्थलों पर शराब पीने और परोसने वालों पर तुरंत कार्रवाई हो। क्षेत्र के गुंडों और बदमाशों की टॉप-10 सूची बनाकर उन पर कठोर धाराओं में कार्यवाही की जाए। संगठित अपराधियों एवं सक्रिय गैंगों की पहचान कर वृताधिकारियों द्वारा अपने-अपने थाना क्षेत्र में सीधे मॉनिटरिंग कर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
-प्रॉपर्टी ऑफेन्स पर सख्ती
लूट, चोरी, स्नैचिंग जैसे प्रकरणों पर शीघ्र कार्रवाई कर, मामलों में बरामदगी प्रतिशत बढ़ाया जाए। माफियाओं पर धारा 107 बीएनएसएस के तहत कार्यवाही को नियमित रूप से अपनाया जाए। संभावित अपराधों को रोकने के लिए निरोधात्मक कार्यवाही को और अधिक प्रभावशाली बनाया जाए। नशा एवं अवैध हथियार तस्करों पर सख्ती, मादक पदार्थों व अवैध हथियारों के तस्करों के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस नीति के तहत कार्यवाही हो।
-साइबर अपराध पर त्वरित कार्रवाई
साइबर हेल्प डेस्क को सक्रिय एवं तकनीकी रूप से दक्ष बनाते हुए आमजन की शिकायतों का शीघ्र समाधान किया जाए। गुम मोबाइलों की ट्रेसिंग व बरामदगी हेतु विशेष अभियान अगले सप्ताह से चलाया जाएगा। सोशल मीडिया पर हथियारों का प्रदर्शन, स्टंट या हवाबाजी करने वालों पर सतर्क निगरानी रखी जाए तथा ऐसे तत्वों पर कानूनी कार्रवाई की जाए।
-सांप्रदायिक मामलों में संवेदनशीलता
सांप्रदायिक घटनाओं व शिकायतों पर तुरंत संज्ञान लेकर शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने हेतु त्वरित कदम उठाए जाएं। इन मामलों में पैटर्न का विश्लेषण कर रोकथाम के लिए प्रिवेंटिव एक्शन लिए जाएं। नए आपराधिक कानूनों का प्रभावी उपयोग: नवीन आपराधिक कानूनों की धाराओं का अनुसंधान और कार्यवाही में प्रभावी उपयोग हो। बीट कांस्टेबलों को तकनीकी रूप से प्रशिक्षित किया जाए और बीट बुक में सभी गतिविधियों का नियमित इंद्राज किया जाए। अनुसंधान, निगरानी एवं कार्रवाई में तकनीकी उपकरणों और सॉफ्टवेयर का अधिकाधिक और प्रभावी उपयोग किया जाए।
-कानून व्यवस्था पर नियंत्रण
शांति भंग करने वाले तत्वों की पहचान कर उन पर कठोर निगरानी और कार्रवाई की जाए। त्योहारों एवं मेलों में सुरक्षा व्यवस्था: आयोजकों से संपर्क कर त्योहारों, मेलों एवं बड़े आयोजनों पर सुरक्षा व्यवस्था की समय से पूर्व योजना बनाई जाए। थानों पर कार्यरत पुलिसकर्मियों को नियमित रूप से हथियारों का प्रशिक्षण दिया जाए एवं मॉक ड्रिल आयोजित की जाए। नाबालिगों द्वारा वाहन चलाने के मामलों में उन्हें डिटेन कर उनके परिजनों को समझाइश दी जाए। पुनरावृत्ति की स्थिति में विधिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। बैठक के अंत में पुलिस अधीक्षक ने सभी अधिकारियों को सतर्क, सजग और प्रभावी पुलिसिंग हेतु तकनीकी दक्षता एवं समर्पण के साथ कार्य करने के निर्देश दिए।